जयपुर। कोरोना संकट के चलते लागू लॉकडाउन के बीच रविवार को फोर्टी की ओर से आयोजित ऑनलाइन मोटिवेशनल सेशन के दौरान करीब पौने दो घंटे तक बिना रुके डॉक्टर विवेक बिंद्रा ने कारोबार बढ़ाने के कई सुझाव दिए। इस ऑनलाइन सेशन को एक लाख से ज्यादा लोगों ने देखा और सुना। सेशन की शुरुआत करते हुए बिंद्रा ने कहा कि खम्मा घणी दोस्तों वैश्विक महामारी कोरोना को हराना हैं। कोरोना महामारी के दौरान और बाद में जीवनयापन और कारोबार दोनों के तरीके बदलेंगे। उन्होंने कहा कि जहां न पहुंचे बैलगाड़ी, वहां पहुंचे मारवाड़ी। इस दौरान बिंद्रा ने वर्क फ़ॉर होम पर जोर दिया। साथ ही कर्मचारियों की तकलीफों को सुलझाने के बारे में बताया।
बिंद्रा ने कहा कि कोरोना संकट में कर्मचारियों की अनावश्यक छटनी करने से बचें। उन्होंने वेतन प्रक्रिया को दुरुस्त करने के साथ ही कैश इनफ्लो, आउट फ्लो को मैनेज करने को कहा। उन्होंने कहा कि वर्क फ्रॉम होम के दौरान डाटा सेक्युरिटी का भी ध्यान रखिए। डिफिकल्टी नहीं पॉसिबिलिटी पर ज्यादा फोकस कीजिए, एकाउंट कंट्रोल कीजिए। उन्होंने कहा कि प्रोडक्ट को सस्ता करना सही नहीं है। कस्टमर से राइट अप्प्रोच कीजिए। उन्होंने कहा कि ग्राहक आपके पास ही क्यों आएं। आपसे ही सर्विसेज या प्रोडक्ट क्यों खरीदे।
उन्होंने उदाहरण देते हुए बताया कि आप एक दवा विक्रेता हैं। रात दो बजे किसी को दवा की जरूरत पड़ी और आपने रात को दवा घर पहुंचा दी। फिर आप कस्टमर से एक छोटा सा वीडियो बनाने के लिए कहे और फिर कॉलोनी में वायरल करने के लिए कहें। इससे आपका दवा व्यापार बढ़ेगा और आप बड़ी ऑनलाइन शॉपिंग कपनी को मात देंगे। ये छोटी-छोटी कोशिश आपको आगे बढ़ाएगी। फोर्टी चेयरमैन सुरेश अग्रवाल ने बताया की फोर्टी के इस ऑनलाइन मोटिवेशनल प्रोग्राम को सम्पूर्ण राजस्थान के अलावा देश ही नहीं विदेशों में भी देखा और सुना गया। ऑनलाइन सेशन के दौरान फोर्टी के पदाधिकारियों रेटा के चैयरमैन सुरेश कालानी, रवि रैला, फोर्टी यूथ विंग के अंकित गुप्ता, रजत विश्नोई ने सवाल किए। मोटिवेशनल गुरु डॉक्टर विवेक बिंद्रा ने सभी प्रश्नों के सारगर्भित उत्तर दिए।
बिंद्रा ने कहा कि कोरोना को हराना हैं, मानव जाति को बचाना है और कारोबार को भी बढ़ाना है। उन्होंने ऑटोमोबाइल, जेम एन्ड ज्वेलरी, फर्नीचर, किराणा, दवा, सर्विसेज इंडस्ट्री, फैक्ट्री आदि सभी क्षेत्रों के सवालों के जवाब दिए। फोर्टी के इस ऑनलाइन मोटिवेशनल प्रोग्राम को 1 लाख 30 हजार लोगों ने देखा ओर सुना।