आज अपने शहर जयपुर ही नहीं, पूरे भारत, भारत ही नहीं पूरी दुनिया में हजारों -लाखों समाचार पत्र प्रकाशित हो रहेहैं। कुछ समाचार पत्र व्यवसायिक होते हैं तो कुछ सामाजिक। कुछ समाचार पत्र जनता के लिए निहित होते हैं...., पर ऐसे समाचार पत्रों की तादाद शून्य के बराबर है। आज सभी समाचार पत्रों में चाहे वे हिन्दी के हों या अंग्रेजी के या अन्य किसी और भाषा के, सभी में पेड न्यूज समाहित होती है। कुछ खबरें ऐसी होती हैं..... जो सच में प्रकाशित होने लायक नहीं होती है, फिर भी उन्हें प्रमुखता से प्रकाशित किया जाता है और कई बार बड़ी महत्वपूर्ण घटनाएं, जानकारियां, संदेश जो सच में प्रकाशित होने चाहिए, वे प्रकाशित नहीं किए जाते हैं।
आज जनता के छोटे-छाटे कार्यक्रम, बड़े-बड़े समाचार पत्रों में अपनी जगह नहीं बना पाते हैं। अब उद्देश्य पत्रकारिता से ज्यादा व्यावसायिक हो गया है। इन सब बातों से परे अब आपके हाथों में होगा एक मिशन, एक विश्वास, एक अपनापन- आपका अपना समाचार पत्र जागरूक जनता। जो सिर्फ आपकी सुनेगा, जो सिर्फ आपकी ही कहेगा। आप हमसे बिना किसी हिचक के अपने सुझाव..., अपनी भूरी-बिसरी यादें, अपनी समस्याएं, अपने कार्यक्रम, अपने आयोजन साझा करें। जागरूक जनता अब आपकी ताकत होगा। बिना किसी भय और पक्षपात के, निर्भिक लेखनी अब आपकी आवाज बनेगी।
संपादक
जागरूक जनता